ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥ हनुमान गायत्री मंत्र का अर्थ और महत्व राम दूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा॥ उनकी रचनात्मकता, साहस, अंतर्मुखी स्वभाव, दयालुता और नेतृत्व क्षमता उन्हें एक विशेष पहचान दिलाती है। आइए जानते हैं अप्रैल में जन्मे बच्चों की कुछ ऐसी ही दिलचस्प https://laxmi21840.activoblog.com/38697303/5-tips-about-hanuman-chalisa-you-can-use-today