भोजन – मध्याह्न में दूध , चाय , फलाहार आदि तथा रात्रि में हविष्यान्न। (केसरिया खीर ,बेसन के लड्डू , बुंदिया पूड़ी आदि ) ग्रहण करें। वह अपने भक्तों को शक्ति और सिद्दि देती हैं तथा सभी ईच्छाओं की पूर्ति करती हैं,जैसा-कि उन्होने अपने भक्त ‘कल्पतरू’ को दिए The sacred https://webdirectory7.com/listings13212348/5-simple-techniques-for-baglamukhi